यूपी में 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को मात देने वाले राहुल गांधी और अखिलेश यादव का गठबंधन विधानसभा उपचुनाव में अलग हो सकता है। सवाल उठ रहा है कि क्या अब दोनों नेता अलग-अलग चुनाव लड़ेंगे, जिससे उनका रास्ता अलग हो सकता है।
Taal Thok Ke: यूपी के जौनपुर में लूट के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर सियासत और प्रचंड होती दिख रही है. समाजवादी पार्टी मंगेश के एनकाउंटर पर पुलिस से लेकर सरकार को घेरने में जुटी है. आज समाजवादी नेता लाल बिहारी यादव सुल्तानपुर में मंगेश यादव के परिवार से मिलने पहुंचे. लाल बिहारी यादव ने मंगेश यादव के एनकाउंटर को सीधे तौर पर हत्या कहा है. तो ऐसे ही आरोप अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए लगाए हैं. समजवादी पार्टी ने मंगेश के एनकाउंटर को हत्या बताते हुए दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई की मांग की है. तो दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगेश पर समाजवादी सांत्वना पर निशाना साधा है.
Taal Thok Ke: उत्तर प्रदेश की सियासत में BLO के धर्म को लेकर संग्राम छिड़ा हुआ है. BLO यानि बूथ लेवर ऑफिसर. जो चुनाव के दौरान मतदाता से जुड़ी जानकारी जुटाते हैं. जिनकी मतदाता लिस्ट में अहम भूमिका मानी जाती है. उन्हीं BLO को लेकर समाजवादी पार्टी , बीजेपी पर फायर है. बीजेपी पर धर्म के आधार पर BLO को बदलने के आरोप लगा रही है. ताजा मामला मिर्जापुर के मझवां विधानसभा का है. समाजवादी पार्टी का आरोप है कि 13 BLO बदले गए जिनमें से 11 मुस्लिम हैं. और उनके बदले गैर मुस्लिमों को BLO बना दिया गया. इससे पहले समाजवादी पार्टी इसी तरह के आरोप मुरादाबाद की कुंदरकी सीट और कानपुर की सीसामऊ सीट को लेकर भी लगा चुकी है..समाजवादी पार्टी ने इस पर विरोध और तेज करने की चेतावनी दी है. और यूपी इलेक्शन कमीशन से ऐसा करने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
अब खबर जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव की जहां बीजेपी-कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी और नेशनल कॉन्फ्रेंस - पीडीपी जैसी क्षेत्रीय पार्टी चुनाव की तैयारी में जुटी हैं. इस बीच अखिलेश ने घाटी की चुनावी फिजा में साइकिल चलाने का एलान कर दिया है. रिपोर्ट देखिए
यूपी के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अयोध्या रेप केस को लेकर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है. राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में अपराधी खुलेआम घुमते थे. और उन्हें संरक्षण मिला हुआ था. राजभर ने कहा कि योगी सरकार से अपराधी डरते हैं.
To The Point: अयोध्या में नाबालिग से गैंगरेप केस में आरोपी के ठिकानों पर बुलडोज़र चला तो सियासत तेज़ हो गई. समाजवादी पार्टी ने बुलडोज़र कार्रवाई को लेकर योगी सरकार की नीयत पर ही सवाल खड़े कर दिये. इतना ही नहीं पार्टी ने इस मामले में DNA और नार्को टेस्ट की मांग कर डाली. लेकिन पार्टी के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि उसने अपने आरोपी नेता के खिलाफ अब तक क्या कार्रवाई की है.
लखनऊ, उत्तर प्रदेश: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव का कहना है कि बीजेपी हर सिस्टम को बर्बाद कर दिया है. हर सिस्टम, हर विभाग को बर्बाद कर दिया है. हाल ही में हुई प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव ने ये बयान दिया है, देखें ये वीडियो...
Deputy Speaker Update: संसद सत्र को लेकर सर्वदलीय बैठक से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है। इस सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने मांग की है कि उपसभापति का पद विपक्ष को दिया जाए। वहीं समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने कांवड़ यात्रा में नेमप्लेट बदलने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह गलत है।
UP BJP Loss Report: यूपी में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार के कारणों की समीक्षा में एक मुख्य कारण दलित वोटों में कमी बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक दलित वोटों में कमी और ओबीसी वोटों का शिफ्ट होना बड़ी वजह है. वहीं अखिलेश यादव का पीडीए का नारा और हाथ में संविधान की कॉपी लेकर राहुल गांधी की रैलियां भी गेम चेंजर साबित हुईं. इस बार ऑल इंडिया अलायंस बड़ी संख्या में दलित वोटरों को अपनी ओर खींचने में सफल रहा तो ओबीसी वोटरों का झुकाव भी उनकी तरफ देखने को मिला. वहीं इस बार समाजवादी पार्टी ने भी टिकट बंटवारे में सभी जातियों का ख्याल रखा.
Taal Thok Ke: आपातकाल का जिन्न लोकसभा में आज फिर जागा और जब ये जागा तो NDA के खिलाफ एकजुट होने का दावा कर रहे INDIA गठबंधन में फूट नजर आया. दरअसल, इंडिया गठबंधन से जुड़े सांसद संविधान के मुद्दे पर बीजेपी को घेर रहे हैं. तो एनडीए से जुड़े सांसद आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हैं. इस बीच लोकसभा के स्पीकर चुने जाने के बाद ओम बिरला ने भी इमरजेंसी पर सदन में एक प्रस्ताव रखा. जैसे ही उन्होंने निंदा प्रस्ताव रखा, सदन में हंगामा शुरू हो गया. पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच नारेबाजी शुरु हो गई. कांग्रेस सांसदों ने इस प्रस्ताव का जोरदार विरोध किया. लेकिन इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की सहयोगी समाजवादी पार्टी, टीएमसी, आरजेडी और लेफ्ट, इस विरोध से दूर रहे. जब कांग्रेस सांसद विरोध जताने के लिए स्पीकर की कुर्सी के पास पहुंच गए. इस दौरान भी कांग्रेस के सहयोगी दलों के सांसद चुपचाप बैठ रहे. लेकिन जब स्पीकर ने इमरजेंसी के दौरान जान गंवाने वालों की याद में मौन रखते समय ये सांसद श्रद्धांजलि देने के लिए खड़े हो गए. भारी हो हंगामे के बीच स्पीकर ने सदन को संबोधित करते हुए 1975 में देश में आपातकाल लगाने के फैसले की निंदा की. और इसे भारतीय इतिहास का काला अध्याय बताते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर तनाशाही थोपने, संविधान-लोकतंत्र का अपमान करने लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलने और अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंटने के संगीन आरोप लगाए. तो क्या आपातकाल पर मोदी के मास्टस्ट्रोक से विपक्ष बिखर गया. क्या एलओपी बनते ही राहुल सियासी चक्रव्यूह में फंस गए.